नंदीग्राम एक्सप्रेस बनी यात्रियों का सिरदर्द ..!

बल्हारशा से मुंबई मार्ग पर यात्रियों की परेशानी बढ़ी, रेल प्रशासन मौन ..!

बल्लारपुर (का.प्र.) : बल्हारशा से मुंबई जाने और आने वाली नंदीग्राम एक्सप्रेस (गाड़ी क्रमांक 11001/11002) इन दिनों यात्रियों के लिए वरदान नहीं, बल्कि सिरदर्द बन चुकी है। रेलवे की उदासीनता और लापरवाही का आलम यह है कि गाड़ी के कोचों में गंदगी का अंबार लगा रहता है, जबकि यात्री महीनों पहले से टिकट बुक कर आरामदायक यात्रा की उम्मीद में बैठते हैं।

🚆 रिजर्वेशन कोच बने जनरल कोच :

रिजर्वेशन कोचों में अनधिकृत यात्रियों की भीड़ इस हद तक बढ़ गई है कि रिजर्व सीटों पर भी बैठने की जगह नहीं मिलती। रेलवे सुरक्षा बल और टीटीई की मौजूदगी के बावजूद जनरल कोच की भीड़ सीधे ए.सी. और स्लीपर कोच तक पहुंच जाती है।
यात्रियों का कहना है कि “हमने महीनों पहले टिकट बुक किया, फिर भी डिब्बे में खड़े होकर सफर करना पड़ता है।”

💰 टी.सी. साहबों की मनमानी और लूटखसोट :

यात्रियों ने यह भी आरोप लगाया है कि ट्रेन में तैनात टी.सी. (ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर) खुलेआम मनमानी करते हैं।
बिना टिकट या वेटिंग लिस्ट यात्रियों से जेब गर्म कर सीट दिलाने का खेल आम हो चुका है। ऐसे में सामान्य यात्री अपने वैध टिकट के बावजूद परेशानी झेलने को मजबूर हैं।
स्थानीय यात्रियों ने कहा — “टी.सी. साहब जनता की जेब काट रहे हैं और रेल प्रशासन चुपचाप तमाशा देख रहा है।”

🧹 स्वच्छता व्यवस्था की पोल खुली :

नंदीग्राम एक्सप्रेस के डिब्बों में टॉयलेट और कोच की स्वच्छता की हालत बेहद खराब है। जगह-जगह कचरा, दुर्गंध और गंदे फर्श ने यात्रियों की नाक में दम कर दिया है।
स्वच्छ भारत अभियान के दावे इस गाड़ी में कागजों तक सीमित नजर आते हैं।

⚙️ रेल प्रशासन और मेंबर्स बने शो पीस :

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सेंट्रल रेलवे प्रशासन और रेलवे मेंबर्स की भूमिका सिर्फ नाममात्र की रह गई है।
रेलवे बोर्ड और जनप्रतिनिधि जनता की आवाज़ सुनने के बजाय खुद को “सेवक” नहीं बल्कि “दुश्मन” साबित कर रहे हैं।
यात्रियों के प्रश्न हैं — “क्या यही रेलवे की सेवा भावना है? क्या आम जनता की सुरक्षा और सुविधा अब किसी की प्राथमिकता नहीं रही?”

🗣️ यात्रियों की मांग :

यात्रियों ने सेंट्रल रेलवे प्रशासन से मांग की है कि :

1. रिजर्वेशन कोचों में सख्त निगरानी रखी जाए।

2. टी.सी. और सफाई ठेकेदारों पर कार्रवाई की जाए।

3. प्रत्येक स्टेशन पर निरीक्षण टीम तैनात की जाए ताकि यात्रियों की शिकायतें तत्काल सुलझ सकें।

4. गाड़ी में स्वच्छता और सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

🚨 जनता की आवाज़ – कार्रवाई कब होगी? : 

बल्हारशा - चंद्रपुर क्षेत्र के यात्रियों का कहना है कि, यदि जल्द सुधार नहीं हुआ, तो वे रेलवे कार्यालय के बाहर जन आंदोलन या हस्ताक्षर अभियान शुरू करेंगे।

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