बल्लारपुर (का.प्र.) : बल्लारपुर स्थित क्रेसेंट पब्लिक स्कूल एवं क्रिएटिव माइंड्स प्री-स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में “सुप्रभात हेरिटेज मिलन” कार्यक्रम का सफल आयोजन ऐतिहासिक बल्लारपुर किला परिसर में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को अपने नगर की समृद्ध ऐतिहासिक विरासत से परिचित कराना तथा उनके भीतर इतिहास, संस्कृति और राष्ट्रप्रेम की भावना विकसित करना था।
कार्यक्रम के मुख्य मार्गदर्शक एवं अतिथि के रूप में श्री. बंडू (बंदू) धोत्रे, अध्यक्ष-ईको-प्रो संस्था, चंद्रपुर एवं राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता (भारत सरकार) उपस्थित रहे। उनके साथ श्री. घनश्याम मूलचंदानीजी, श्री. वसंत खेडकर तथा श्रीमती. चैताली मूलचंदानीजी, श्रीमती. रजनी मूलचंदानीजी की गरिमामयी उपस्थिति रही।
इस अवसर पर कक्षा 1 से 10 तक के विद्यार्थी, उनके अभिभावक, शिक्षकगण एवं विद्यालय प्रबंधन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी अभिभावकों की सहभागिता ने कार्यक्रम को और अधिक जीवंत बनाया।
अपने प्रेरणादायी संबोधन में श्री. बंडू धोत्रे ने बच्चों को बल्लारपुर किले के ऐतिहासिक महत्व से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि बल्लारपुर किला केवल पत्थरों की संरचना नहीं, बल्कि यह क्षेत्र की राजनीतिक, सांस्कृतिक और प्रशासनिक विरासत का जीवंत प्रमाण है। उन्होंने कहा कि यह किला गोंड राजाओं के शासनकाल से जुड़ा हुआ है और समय-समय पर मराठा इतिहास में भी इसका विशेष स्थान रहा है।
श्री. धोत्रे ने यह भी बताया कि बल्लारपुर किला कभी इस क्षेत्र की सुरक्षा और शासन व्यवस्था का महत्वपूर्ण केंद्र रहा है तथा इसी किले के आसपास नगर का विकास हुआ। उन्होंने बच्चों को समझाया कि इतिहास को जानना हमें अपने वर्तमान को समझने और भविष्य को मजबूत बनाने की दिशा देता है। उनकी सरल, संवादात्मक और उदाहरणों से भरपूर शैली ने बच्चों में इतिहास के प्रति उत्सुकता और गर्व की भावना पैदा की।
कार्यक्रम की संपूर्ण योजना, समन्वय एवं सफल क्रियान्वयन श्रीमती. हुमैरा खान मैडम के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। उनके नेतृत्व में विद्यालय के समस्त शिक्षक एवं स्टाफ ने टीम भावना के साथ कार्य किया। कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने से लेकर विद्यार्थियों की सहभागिता, अनुशासन, समय-प्रबंधन तथा अतिथियों के स्वागत तक प्रत्येक पहलू को सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न किया गया। श्रीमती. हुमैरा खान मैडम के दूरदर्शी मार्गदर्शन और प्रेरणा से ही यह शैक्षणिक एवं ऐतिहासिक कार्यक्रम अत्यंत सफल एवं प्रेरणादायी सिद्ध हुआ। कार्यक्रम की सफलता में विद्यालय के शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। श्रीमती. विश्व भारती भगत, तसलीम पठान, सुवर्णा जगझाप, हीना मिर्झा, रोशनबि पठान, सुवर्णा रामटेके, विनय वासनिक, संजय श्रीवास्तव, रियाज़ खान, साहिल रहिकवार, जॉर्डन अझीम, धिरज राहुड, राजू तथा अन्य सभी शिक्षक एवं सहयोगी स्टाफ ने कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु अथक परिश्रम किया।
कार्यक्रम के समापन पर विद्यालय प्रबंधन द्वारा सभी अतिथियों, अभिभावकों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया गया तथा भविष्य में भी इस प्रकार के इतिहास-आधारित शैक्षणिक कार्यक्रमों के आयोजन का संकल्प लिया गया।
यह आयोजन बच्चों के लिए एक यादगार अनुभव रहा, जिसने उन्हें अपने शहर बल्लारपुर की ऐतिहासिक पहचान से जोड़ते हुए सीखने का एक नया और जीवंत माध्यम प्रदान किया।

