चंद्रपुर जिले के सबसे बड़े सुगंधित तंबाकू तस्कर को आड़े हाथों क्यों नहीं लिया जा रहा है .!
चंद्रपुर (वि.प्र.) - चंद्रपुर जिले का सबसे बड़ा सुगंधित तंबाकू तस्कर जयसुख संबंधित अधिकारियों की पकड़ से क्यों बाहर है इस बात की गुत्थी अब तक भी नहीं सुलझ पाई है।
हाल हि मे रामनगर पुलिस द्वारा सिल्व्हर कलर की वाहन को सुगंधित तंबाखू सह बल्लारपूर से चंद्रपूर की ओर आते हुए रामनगर पुलिस ने पकडा है यह जानकारी मिली है पर वाहन चालक फरार हुआ कैसे? यह सवाल काफी चर्चा मे है। लेकिन यह माल जयसुख का है यह बात अनेकों द्वारा बोली जा रही है, इसकी गंभीरता से पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ छानबीन करना ही चाहिए और पूरा सच नागरिकों के बीच उजागर किया जाना चाहिए यह मात्र विशेष! क्योंकि बल्लारपुर से संपूर्ण चंद्रपुर जिले में सुगंधित तंबाकू, पान मसाला और गुटखा महाराष्ट्र शासन द्वारा बंदी होने के बावजूद खुले आम सप्लाई करनेवाला सबसे बड़ा तस्कर जयसूख है यह नाम हर किसी की ज़बान पर है ।
जय हो सुख से जियो ऐसा आशीर्वाद किसके द्वारा वह पा रहा अब तक अनेकों बार इस तस्कर के गुर्गों को पकड़ा गया लेकिन इस मुख्य तस्कर को किसी ने भी आड़े हाथों नही लिया इसके अधीनस्थ काम करनेवाले छोटे मोटे सप्लायर को संबंधित विभाग पकड़ रहा है लेकिन यह हमेशा कैसे सबकी आंखों में धूल झोंकने में कामयाब हो रहा है ?यह सवाल काफी चर्चा में आ रहा है। कही और दूसरी वजह तो नही माया बांटकर जुगाड करके सबकी मुट्ठी गर्म करके अपना यह नाजायज धंधा चला रहा है? यह बात भी चर्चा का विषय बनी हुई है बल्लारशाह से चंद्रपुर राजूरा, गढ़चांदुर, वनसड़ी, कोरपना, बल्लारशाह से पोमभूर्णा, मूल, सावली सह अनेक इलाकों में उसने अपने सप्लायर के माध्यम से सुगंधित तंबाकू, मीठी सुपारी,गुटखा और अन्य सभी प्रोडक्ट्स जिसकी महाराष्ट्र में बंदी है ऐसी समूची सामग्री खुलेआम पहुंचा रहा है। उसने अपने सभी सप्लायर को कहा है की उसने सभी सेटिंग कर ली है डरने का नही मैं सब संभाल लूंगा सिर्फ अगर कभी पकड़े गए तो मेरा नाम नही लेना तुमको बचाना मेरा काम है अधिक धन के लालच में यह सभी उसका काम बेखौफ और खुले आम कर रहे है।
यह तस्कर काफी चालाक है लेकिन वो यह भूल गया है की कानून के हाथ काफी लंबे होते है। अब देखना यह है की यह बड़ा तस्कर अपने आप को इस बार बचाएगा या जल्दी ही संबंधित विभाग के फंदे में आयेगा ।
अन्न औषध प्रशासन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी सह इस कार्यालय के अनेकों के साथ माया वाले संबंध है यह बात कई बार चर्चा में आई है,अन्न औषध प्रशासन विभाग अपनी आखें, नाक, कान का सदुपयोग क्यो नही कर रहा है अपने कर्तव्य का पालन गंभीरता से क्यों नहीं कर रहा है सिर्फ पुलिस द्वारा ही अनेकों बार करवाई की जाती है। बहोत ही कम प्रमाण में खानापूर्ति दिखावे हेतु यह विभाग कारवाई करता है ऐसा क्यों?इस सवाल का जवाब अब तक भी नहीं मिला है।
जिलाधिकारी साहब इस विभाग की ओर ध्यान दे और उस विभाग को फिर एक बार उसकी जिम्मेदारी समझाए ऐसी मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है।
चंद्रपुर जिले के अनेक तंबाकू तस्करों ने पुलिस की छापामार कारवाई के बाद यह धंधे को छोड़ा भी है, जिसकी वजह से जयसुख का सुगंधित तंबाकू तस्करी का नेटवर्क समूचे चंद्रपुर जिले में कार्यरत है उसके गुर्गे छाती तानकर कहते है जब तक जयसुख भाई अपने साथ है हमारा कोई कुछ नही कर सकता आखिर जयसुख के दम पर यह गुर्गे इतने क्यो उछलते है।और यह जयसुख चीज़ क्या है आखिर यह जयसुख को आशीर्वाद किसका ? यह बात प्रकाश में आना ही चाहिए । मौत का सौदागर तंबाकू के इस तस्कर की आखिर कहा तक पहोंच है इसका पता लगाना ही होंगा।
इस जयसुख को कानून के लंबे हाथों से परिचित करवाना ही होंगा कब तक भागेगा जयसुख दिन में रात में आ ही जाएंगा इस बार वो भी हवालात में। यह विश्वास नागरिकों द्वारा व्यक्त किया जा रहा है।