बल्लारपुर नगर परिषद चुनाव : ओबीसी महिला नगराध्यक्ष पद को लेकर मचा घमासान ..!
बल्लारपुर (का.प्र.) : बल्लारपुर – नगर परिषद चुनाव नजदीक आते ही शहर का राजनीतिक तापमान चरम पर पहुंच गया है। हर दल में महिला ओ.बी.सी. नगराध्यक्ष पद को लेकर जोरदार रस्साकशी शुरू हो चुकी है। भाजपा, कांग्रेस, शिवसेना (शिंदे गट), राष्ट्रवादी (शरद पवार गट) सहित अन्य स्थानीय दलों में टिकट वितरण को लेकर खींचतान तेज हो गई है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि इस बार नगराध्यक्ष पद ओबीसी महिला वर्ग के लिए आरक्षित होने से कई नए चेहरे सामने आ रहे हैं। कुछ पुराने जनसेवक भी अपनी पत्नियों या परिजनों को मैदान में उतारने की रणनीति बना रहे हैं। वहीं, कई समाजसेविकाएँ और पूर्व पदाधिकारी भी सक्रिय रूप से प्रचार-प्रसार में जुट गई हैं।
उधर, नगरसेवक पद के लिए भी भावी उम्मीदवारों की कतारें लंबी होती जा रही हैं। वार्ड स्तर पर कार्यकर्ताओं की हलचल बढ़ गई है। हर कोई अपने समर्थकों के साथ टिकट पाने की कोशिश में जुटा है। कई वार्डों में पैनल और गठबंधन की चर्चाएँ भी जोर पकड़ रही हैं।
जनता के बीच अब संभ्रम की स्थिति बनती जा रही है। मतदाता यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि आखिर किसे अपना प्रतिनिधि चुनें — पुराने अनुभवी जनसेवकों को या फिर नए जोश से मैदान में उतरे उम्मीदवारों को। राजनीतिक बयानबाजी, सोशल मीडिया प्रचार और घर-घर संपर्क अभियान से माहौल और भी गरम होता जा रहा है।
स्थानीय जानकारों का कहना है कि यदि पार्टियों में जारी अंतर्कलह और गुटबाजी यूँ ही बनी रही तो इसका सीधा असर मतदान प्रतिशत पर पड़ सकता है।
कम मतदान से परिणामों पर अप्रत्याशित असर देखने को मिल सकता है।अब देखना यह होगा कि आखिर बल्लारपुर की जनता किसे अपना नगरसेवक और नगराध्यक्ष चुनती है —क्या होगा सत्ता का समीकरण,कौन बनेगा जनता का असली मसीहा —यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
