नई शिक्षा नीति के लिए शिक्षा मंत्री भारत सरकार को निषाद पार्टी ने दिए अपने सुझाव.!
नागपुर (वि.प्र.) : माननीय श्री.धमेंद्र प्रधान शिक्षा मंत्री भारत सरकार इन्हे नई शिक्षा नीति हेतु निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल ने अपने सुझाव दिल्ली मंत्रालय पत्र भेजकर दिए उसी के साथ महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री व मुख्य मंत्री इन्हे भी प्रतिलिपि सादर की गई.
निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल(निषाद पार्टी) ने नई शिक्षा नीति में नई शिक्षा नीति का प्राथमिक उद्देश निर्बल,शोषित, दलित पीड़ित समाज के शैक्षणिक विकास करने का हो.राष्ट्रप्रेम,राष्ट्रभक्ति,राष्ट्र के सभी महापुरुषों का आदरभाव निर्माण करना, शिक्षकों के प्रशिक्षण में आधुनिक्ता हो.जिस विषय में विद्यार्थीयों ने प्रवेश कम लिया हो उस विषय के शिक्षक को पूर्ण मानधन मिले. माता-पिता, गुरुजन, स्त्री व समाज को आदरभाव से देखने का दृष्टीकोन निर्माण करनेवाली नई शिक्षा नीति हो,नई शिक्षा नीति में शिक्षण क्षेत्र का निजीकरण रोकने की क्षमता निर्माण की जाए. शिक्षा देने का मूल उद्देश केवल धार्मिकी करण ना हो,वसुधैव कुटुंबकम अर्थात संपूर्ण विश्व एक परिवार है इसलिए विश्व से जोड़ने वाली शिक्षा नीति हो,सर्वधर्म समभाव की शिक्षा नीति हो.धर्म कट्टरता की सोच समाप्त करने की क्षमता शिक्षा नीति में हो. कक्षा ५ वी से १२ वी तक इंग्लिश स्पिकिंग का एक विषय अनिवार्य हो, शिक्षकों के लिए जॉब सिक्योरिटी एवं बुढ़ापे में जीवन व्यतित करने के लिए पेशन लागू हो,बच्चों को स्कॉलरशिप का फॉर्म भरते से स्कॉलरशिप की राशि दी जाए,शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षकों की पद नियुक्ति बग़ैर डोनेशन के हो.
नई शिक्षा नीति रोजगार पूरक हो,सभी विषयों को समान महत्व दिया जाए,नई शिक्षा नीति में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा एवं कौशल विकास हेतु प्रावधान हो,इस नीति के विद्यार्थियों में अच्छे चरित्र एवं आत्मविश्वास का निर्माण हो,इस नीति से बच्चों में सीखने की क्षमता का विकास हो और वो आत्मनिर्भर बने,पाठ्यक्रम में रोचकता प्रदान करने हेतु विषय से संबंधित विभिन्न गतिविधियों पर बल दिया जाए, इन सुझाओ को नई शिक्षा नीति में सम्मिलित किया जाए ऐसी मांग निषाद पार्टी विदर्भ अध्यक्ष राहुल जी गौर, सचिव किशोर करतार, महिला मोर्चा अध्यक्ष कला नायक, उपाध्यक्षा सीमा राजू गौर ने की है.