वचनपूर्ति .. सैन्य स्कूल... एक सपना साकार ..!

भारत का 29वां सैनिक स्कूल चंद्रपुर में ..!

पालक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है चंद्रपुर का सैनिक स्कूल। भारत में वर्तमान में मौजूद 29 सैनिक स्कूलों में से अत्यंत उत्कृष्ट संरचना चंद्रपुर में तैयार हो चुकी है। 6वीं कक्षा की पहली बैच जून 2019 से शुरू हो चुकी है। लेफ्टिनेंट जनरल राजेंद्र निंभोरकर ने शुभकामनाएं दी हैं कि यह स्कूल भारत के सर्वोत्तम सैनिक स्कूलों में अपनी पहचान बनाएगा।
चंद्रपुर और बल्लारपुर मार्ग पर स्थित भीवकुंड के पास 123 एकड़ में बने इस सैनिक स्कूल का ढांचा पूरा हो चुका है। इस स्कूल में भारत का सबसे आधुनिक सैनिक संग्रहालय भी शामिल है। यह संग्रहालय विशाखापट्टनम, अमृतसर और महू के सैनिक संग्रहालयों से भी अधिक उत्कृष्ट है। ताडोबा के पर्यटकों के लिए सैनिक स्कूल के मुख्य भागों में दर्शन की सुविधा रखी गई है। ऑब्जर्वेशन रूम से पूरे स्कूल कैंपस का नजारा लिया जा सकता है। देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीद वीरों के इतिहास को प्रदर्शित करने के लिए प्रतिमाएं भी स्थापित की जा रही हैं। सभागार में कारगिल युद्ध, भारत के राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जीवन चरित्र और नौसेना के रोमांचक प्रैक्टिस शो के 3D डॉक्युमेंट्री भी दिखाई जाएगी। रणगाड़े, विमान, हेलिकॉप्टर जैसे सभी लड़ाकू वस्त्र यहां प्रदर्शनी में रखे गए हैं।
सैनिक स्कूल कैंपस की मुख्य दीवार चंद्रपुर के किले जैसी बनाई गई है। मैदान ओलंपिक स्तर का है। एक हजार क्षमता वाला प्रेक्षागृह, आधुनिक स्विमिंग टैंक समेत सभी सुविधाएं भारतीय सेना के मानकों के अनुसार होंगी। मुनगंटीवार के प्रयासों से न केवल चंद्रपुर बल्कि पूरे महाराष्ट्र में सैनिक शिक्षा का एक और द्वार खुला है।

संरचना - गणेश रहिकवार (संपादक) : चंडिका एक्सप्रेस 











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