रेलवे गोल पुलिया से आते जाते वक्त अब भी यातायात में हो रही कठिनाई ..!
बल्लारपुर (का.प्र.) : महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के उपविभागीय अभियंता सतीश गोरलवार ने पाईप लाईन हटाके अपना कर्तव्य पूर्ण किया. किंतु क्या केवल पाईप लाईन हटाने से जनता को हो रही यात्रा में तकलीफ कम हुई. नहीं ? जनता अभ भी तकलीफों को झेल रही हैं. उपविभागीय अधिकारी ने गोल पुलिया को भेंट देकर ठेकेदार को अविलंब पाईप लाईन हटाने के आनन फानन में निर्देश तो दे दिए थे, किंतु सीमेंट से बने पक्के चबूतरों को हटाने का निर्देश देना भूल गए. आपको बता दे कि, बल्लारपुर नगर को दो हिस्सों में विभाजित करने वाली रेलवे गोल पुलिया जिस पर से रेल पटरी गुजरती है उसमें अनुपयोगी पाईप लाइन करीब साल भर से पक्के सीमेंट के चबूतरों के साथ व्यर्थ पड़ी हुई थी, जिससे उसकी सड़क की चौड़ाई कम होने से वाहनों के आवागमन में परेशानी होती थी, दो बड़े चौपहिया वाहन एक साथ नहीं निकल पाते थे. नगर की जागरूक जनता पूछ रही हैं कि, पिछले गुरुवार के तड़के काम शुरू कर पाईपो को काट कर अलग कर जिम्मेदारी को पूरा कर महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के उपविभागीय अभियंता सतीश गोरलवार ने अपना फर्ज पूरा किया? नहीं ? पाईप लाईन में से केवल पाईप को काटने से आपकी जिम्मेदारी पूरी नहीं होती जब तक सीमेंट से बने पक्के चबूतरों को हटाया नहीं जाएगा तब तक यातायात में बाधा बरकरार रहेगी. जनता न्याय चाहती. जनता के मन में अनेक अनचाहे प्रश्नों ने घर कर रखा हैं, आखिर कब उन्हें निजात मिलेगा?