क्रेसेंट पब्लिक स्कूल में 'सुधारो अपनी लिखावट' १०-दिवसीय हस्तलेखन कार्यशाला का सफल समापन .!
बल्लारपुर (का.प्र.) : क्रेसेंट पब्लिक स्कूल ने छात्रों के बीच सुंदर और पठनीय हस्तलेखन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित 10-दिवसीय विशेष कार्यशाला का 27 सितंबर 2025 को सफलतापूर्वक समापन किया। कार्यशाला का आयोजन 16 सितंबर 2025 से किया गया था। इस कार्यशाला में कक्षा 1 से 10 तक के 250 से अधिक छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यशाला का संचालन प्रसिद्ध हस्तलेखन प्रशिक्षक श्री. पांडूरंग चोपडे द्वारा किया गया।
इस 10-दिवसीय सत्र के दौरान, छात्रों को सही पेन पकड़ने के तरीके, अक्षरों का उचित गठन और तेजी के साथ लिखावट की सुंदरता बनाए रखने के कौशल सिखाए गए। प्रशिक्षक श्री. पांडूरंग चोपडे ने छात्रों को लेखन के दौरान एकाग्रता और धैर्य के महत्व पर भी जोर दिया, जो न केवल लिखावट बल्कि शैक्षणिक प्रदर्शन को भी बेहतर बनाने में सहायक है। स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती हुमेरा खान मैडम ने इस पहल पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, "अच्छी लिखावट न केवल व्यक्तित्व को निखारती है, बल्कि परीक्षाओं में बेहतर अंक प्राप्त करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हमें खुशी है कि हमारे छात्रों ने इस कार्यशाला में सक्रिय रूप से भाग लिया और अपनी लिखावट में सकारात्मक बदलाव लाए हैं।
" समापन दिवस पर, श्रीमती रेणुका कोकाटे (तहसीलदार, बल्लारपुर), श्री. रविन्द्र भंडारवार (डेप्युटी सी. ई. ओ. नगरपरिषद बल्लारपुर) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। श्रीमती रेणुका कोकाटे (तहसीलदार, बल्लारपुर) का स्वागत कक्षा छठवीं की छात्रा निशिका गिदवानी द्वारा, श्री. रविन्द्र भंडारवार (डेप्युटी सी. ई. ओ. नगरपरिषद बल्लारपुर) का स्वागत कक्षा आठवीं की तनाया परशुरामे ने व चोपड़े सर का स्वागत कक्षा ६वी की नेतल शर्मा ने पुष्पगुच्छ देकर किया। कार्यक्रम का संचालन कुमारी स्वर्णिका उमरे, विज्ञान शिक्षिका ने किया। स्कूल के निदेशक अधिवक्ता. श्री. नाजिम खान सर ने मुख्य अतिथियों को पुष्पगुच्छ व स्मृतिचिन्ह देकर उनका सम्मान किया। श्रीमती रेणुका कोकाटे (तहसीलदार, बल्लारपुर) ने छात्रों को अपनी हस्तलेखन को सुधारने के लिए प्रोत्साहित किया व अपने जीवन के अनुभव साझा करते हुए इसका महत्व बताया। कार्यशाला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। छात्रों ने साझा किया कि यह कार्यशाला उनके लिए अत्यंत लाभदायक और प्रेरणादायक रही। इस 10-दिवसीय कार्यशाला का प्रभाव सिर्फ छात्रों तक ही सीमित नहीं रहा। कई अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन से संपर्क कर अपने सकारात्मक अनुभव साझा किए। माता-पिता ने बताया कि उनके बच्चों की लिखावट में स्पष्ट रूप से सुधार आया है और अब वे गृहकार्य करने में पहले से अधिक रुचि ले रहे हैं। अभिभावक नेहा मंघनी, निशा निषाद, स्वाति नागतूरे, कुंती कश्यप, योगेश्वरी मेश्राम, आरती बोरकर, भाग्यश्री राठी, रिंकि झा ने इस मूल्यवान पहल के लिए क्रेसेंट पब्लिक स्कूल को धन्यवाद दिया। क्रेसेंट पब्लिक स्कूल की इस कार्यशाला को स्कूल शिक्षा के साथ-साथ छात्रों के समग्र विकास के लिए भविष्य में भी इस प्रकार के कौशल-आधारित कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध है। तथा NEP 2020 की विजन को पूरा करने के हेतु से किया गया।
कार्यक्रम के सफलतार्थ क्रेसेंट पब्लिक स्कूल के शिक्षक व शिक्षिकाओं ने तथा अन्य सभी ने अथक प्रयास किए।
