युध्द नहीं बुध्द की विचारधारा में है विकास - डॉ. कदम

बल्लारपुर (का.प्र.) - युद्ध से किसी का विकास नहीं होता तथागत गौतम बुद्ध की विचारधारा में विकास निहीत है.उनके बताए मार्ग पर चल कर विकास किया जा सकता है. विश्व युद्ध में परमाणु बम गिरने के बाद बर्बाद हो चुका जापान आज पुन: विश्व का सबसे विकसित राष्ट्र बन गया है जो बुद्ध की विचारधारा की ही देन है. उक्त विचार जाने-माने प्रबोधनकार डॉ समीर कदम ने व्यक्त किए. वे डॉ. आंबेडकर वार्ड में क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले महिला मंच द्वारा आयोजित बुद्ध महोत्सव में बोल रहे थे. उक्त कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. कदम की अध्यक्षता, सामाजिक कार्यकर्ता राकेश सोमानी , नि. नगरसेविका पूजा रहिकवार, बसपा के जिलाध्यक्ष राजेश ब्राम्हणे, बंडू बावने व दादू तोटावार की प्रमुख उपस्थिति में एड. राजेश सिंह के हाथों हुआ. डॉ. कदम ने अनेक उदाहरणों से भगवान बुद्ध की महिमा का वर्णन किया. शिक्षा के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा, जिसने जीवन में शिक्षा नहीं ली और उस की कसौटी पर खरा नहीं उतरा वह दो पैर के जानवर के समान है. उन्होंने कहा, भारत को कृषि प्रधान देश बताया जाता है किन्तु यह कृषि नहीं जाति प्रधान देश है. कृषि प्रधान होता तो यहां किसान आत्महत्या नहीं करता. हमारी नादानी व बिखराव की वजह से 15 प्रतिशत वालों का विकास तथा 85 प्रतिशतवाले बहुजन समाज का शोषण हो रहा है. जब तक ये जागेंगे नहीं तब तक यही होगा. उठो और संघर्ष करों. अपनी कमाई का कुछ हिस्सा सामाजिक कार्य में लगाएं, सत्ता में हिस्सेदारी प्राप्त करने का प्रयास करें. राजेश ब्राम्हणे ने कहा कि हम भगवान बुध्द के संदेश को भुलाकर गलत मार्ग पर चल रहे हैं.यदि मध्य मार्ग अपनाकर चले तो जीवन सुखकारी, समाधानी व आनंदमय हो जाएगा. उन्होंने कहा कि समाज में भाईचारा खत्म हो रहा है. मोबाइल एक बीमारी है. अपने हक व अधिकारों को टिकाना है जो बच्चों पर ध्यान देना होगा. माता जागरूक होगी तो पूरा घर जागरूक होगा, नहीं तो बच्चे गलत मार्ग पर चले जाएंगे. राकेश सोमानी ने भी विचार व्यक्त किए. सुषमा सोंडवले ने संचालन तथा संगीता गोलेवार ने आभार प्रदर्शन किया.

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