नागपूर (प्रा.राहुल जी.गौर) - प्रतिवर्ष की तरह: इस वर्ष भी १४ मई २०२३ दिन रविवार को सुनहरी शाम में सामाजिक कार्यकर्ता प्रा.राहुल जी. गौर के नियोजन से भोई समाज पंच कमेटी ने समाज की सभी माताओं को भोई समाज के आराध्य गुरु महर्षि नाथूबाबा धाम भोईपूरा नागपुर में मातृत्व दिवस मनाने आमंत्रित किया। जिसमे माताओं ने बढचढ के सहभाग लिया। शाश्वत सत्य यही है की दुनिया में सबसे ऊंचा दर्जा माँ का होता है। वैसे तो माँ के सम्मान में हर दिन कम है, लेकिन फिर भी हम हर वर्ष मई महीने के दूसरे रविवार को मातृत्व दिवस मनाते हैं। इस वर्ष मातृत्व दिवस १४ मई २०२३ को मनाया गया। मातृत्व दिवस सभी माताओं के लिए समर्पित होता है। ऐसे में यदि किसी को मातृत्व दिवस पर बोलना हो तो बड़ा कठिन हो जाता है। क्योंकि जिसकी रचना हम है उसके लिए हम किन शब्दो में रचना करे यही कठिनाई सामने खड़ी होती, वैसे तो हमारे जीवन में माँ के योगदान का कोई मूल्य नहीं है। मातृत्व दिवस हम सभी के लिए अत्यधिक यादगार और खुशी का दिन होता है। माँ होना दुनिया के सबसे बड़े खजाने के होने जैसा है। यदि किसी के पास माँ है तो उसके पास सब कुछ है, अगर माँ नहीं है तो वह सबसे गरीब है। दरअसल, हम सबके जीवन में माँ की इतनी संवेदनाएं जुड़ी होती हैं कि, उनके बिना हम बिल्कुल खोखले हो जाएंगे। हमारी इच्छाएं, आदतें, शौक, मिजाज और ख्वाब सब माँ का ही दिया हुआ है। माँ की ममता, करुणा और समर्पण के कारण ही हम जीवन में एक इंसान कहे जाने के योग्य बन पाते हैं। माँ माटी से बनी देह में भावों का गहना पहनाती है। उठने-बैठने और चलने का सलीका सिखाती है। माँ ही है जो हमारे भीतर आई निर्दयता निर्मलता को बाहर निकाल हमें मनुष्यता के सांचे में ढालती है। इसलिए माँ दुनिया का सबसे बेशकीमती खजाना है।
ऐसी प्रेम स्नेह की देवी माँ को भोई समाज पंच कमेटी ने मातृत्व दिवस के दिन पुष्पगुच्छ देकर उनके लिए सम्मान व्यक्त करती वाणी से उनका वंदन अभीवादन किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने अथक प्रयास श्रीमती कला रामलाल नायक ने किया। कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से नूतन गंगोत्री,संगीत बाथो,शशिकला गौर,अस्मिता गौर,किशोर करतार,मोतीलाल गौर,बाँलीवुड स्टार संदेश गौर,श्यामलाल गौर,राजेश गौर,मनीष बाथो,निर्मला गौर उपस्थित थे।