मरम्मत के नाम पर बंद किया गया 40 वर्ष पुराना बल्लारशाह रेलवे स्टेशन फुट ओवर ब्रिज .!

बल्लारशाह रेलवे स्टेशन का ब्रिज पांच माह से बंद .. कछुआ गति से हो रहा मरम्मत कार्य .. दो विभागो की आपसी खींचातानी से कार्य में देरी .!

बल्लारपुर (का.प्र.) - मरम्मत के नाम पर बंद किया गया लगभग 40 वर्ष पुराना बल्लारशाह रेलवे स्टेशन का एकमात्र फुट ओवर ब्रिज FOB पांच माह बीतने के बावजूद नागपुर रेल प्रशासन की उदासीनता के कारण अभी तक शुरू नहीं हो सका है.गौरतलब है कि विगत वर्ष 28 नवम्बर को इसी ब्रिज के धंस जाने से एक महिला यात्री की मृत्यु हो गई थीं जबकि 16 अन्य घायल हो गए थे.मरम्मत कर चंद दिनों बाद इसे पुनः शुरू कर दिया गया था लेकिन प्लेटफार्म नंबर एक के नागपुर छोर पर नया FOB बनते ही 11 जनवरी 2023 को इसे बिना किसी पूर्व नियोजन के दुरुस्ती के नाम पर पुनः बंद कर दिया गया था. फिर अप्रैल माह से मरम्मत शुरू की गई. जो कि जारी है.इस बीच राष्ट्रीय रेल उपभोक्ता सलाहकार परिषद NRUCC नई दिल्ली के सदस्य अजय दुबे द्वारा रेल मंत्रालय नई दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारी गण,मध्य रेलवे मुंबई के महाप्रबंधक, मध्य रेलवे नागपुर के DRM से ब्रिज जल्द शुरू करने हेतु लगातार मीटिंग एवं पत्राचार करने पर समय समय पर 15 दिनो में शुरू होने का आश्वासन मिलता रहा.लेकिन मध्य रेलवे नागपुर के इंजीनियरिंग और ऑपरेटिंग विभाग की आपसी खींचातानी के चलते मरम्मत कार्य अभी भी अधूरा है. इस बीच 6 जून को मध्य रेलवे नागपुर के डीआरएम ने दूरध्वनि पर 15 दिनो में शुरू करने की बात कही.परंतु 9 जून को प्रत्यक्ष रुप से ब्रिज का निरीक्षण करने पर रेल अधिकारियों ने जुलाई के प्रथम सप्ताह तक शुरू होने की संभावना जताई है.किसकी बात विश्वसनीय है ? पता नहीं.
नागपुर रेल प्रशासन हमेशा से बल्लारशाह रेलवे स्टेशन के प्रति उदासीन रहा है ? विगत तीन वर्षों में तत्कालीन DRM की अनुभवहीनता और अधिकारियों पर कमजोर पकड़ के चलते नागपुर मंडल विकास,यात्री सुविधाओं में पिछड़ा रहा.अब नए डीआरएम से काफी अपेक्षाएं हैं लेकिन वो भी अभी तक उम्मीद के मुताबिक गति नहीं पकड़ पाएं हैं.
दरअसल नागपुर डिविजन का ऑपरेटिंग विभाग प्लेटफॉर्म नंबर एक और दो से यात्री और माल गाड़ियों को चंद घंटे के लिए अन्य प्लेटफॉर्म पर डायवर्ट कर इंजीनियरिंग विभाग को ब्लॉक देता है तभी काम हो पाता है लेकिन बीच बीच में मात्र दो तीन घंटो का ही ब्लॉक मिलने से रफ्तार सुस्त है.ज्यादा घंटो का ब्लॉक मांगने पर भी नही मिलने से कछुआ गति से काम शुरू है.यदि 10 जनवरी को ब्रिज बंद करते ही मरम्मत शुरू की गई होती तो दो माह पूर्व ही ब्रिज शुरू किया जा सकता था.ब्रिज दुर्घटना के लिए जिम्मेदार सीनियर डीईएन नागपुर ने बिना किसी पूर्व तैयारी के ही ब्रिज बंद कर दिया.
अब प्लेटफार्म नंबर एक के नागपुर छोर पर नए ब्रिज से आवागमन करने में यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है.बीमार,महिला,बच्चों और बुजुर्गो की हालत खस्ता हो जाती है.भारी सामान लिए यात्री कोसते हुए दूसरे प्लेटफार्म पर जाता है.लेकिन रेल प्रशासन को इससे कोई वास्ता नहीं है.

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