कुछ अफ़वाह साजिश की .!

बल्लारपुर (का.प्र.) - मित्रों आप देखते होंगे की आज कल सोशल मीडिया पर बच्चों को बेरहमी से मारने की वीडियो फैलाई जाती है। परंतु प्रश्न यह है, की जो भी व्यक्ति वीडियो वायरल करने की हिम्मत रखता है,वह व्यक्ति मारनेवाले को तुरंत रोकता क्यों नही? दूसरी बात मारनेवाला इतने अच्छे से वीडियो कैसे बनाने देता है? कही ऐसा तो नही विशेष कर भारतीय माता पिता के मन मे इतना डर भरे की वे अपने बच्चों को पढ़ाने भी डरे और भारत की पीढी बर्बाद हो।वैसे देखा जाए घर पर बच्चे देखनेवाली आया,किसी भी कोर्स को पढ़ानेवाला शिक्षक अर्थात ऐसी सभी फील्ड जहा बच्चों को कुछ सिखाने भेजा जाता है।उस सभी जगह के कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन और मेंटली फिट मेडिकल टेस्ट होना चाहिए।
आप ने देखा होंगा कुछ महीनों से जीम को टार्गेट किया जा रहा है।अफ़वाह है की लोगों को जिम मारते-मारते ही हार्ट अटैक आ रहा है। सत्य यह है,की मौत को सिर्फ एक कारण चाहिए इसमे विशेष जिम को टार्गेट करना इसमे साजिश की बु आती है, युवाओं में जिम को लेकर बहुत क्रेज है। यदि युवाओं में जिम का डर बैठ गया तो भारत के युवा फिटनेस की ओर अंदेखा करेंगे और इस से भारत की पीढी कमजोर होंगी। 
इसलिए मित्रों किसी भी वीडियो पर तुरंत विश्वास न करे। प्रकृति ने आपको तर्क शक्ति दी है उसका उपयोग करे। 
लेखक : प्रा.राहुल जी. गौर
Double M.com,M.ed,M.phil, CLTA in ambedkar thoughts
बजरिया भोईपूरा, नागपुर

Post a Comment

Previous Post Next Post
clipboard.