कलाकारों को प्रोत्साहित करने पुरस्कार जरुरी है : डॉ केतन भाटीकर
सिनेमा कला सर्वव्यापी है : करण समर्थ
वरिष्ठ पत्रकार वामन प्रभू दादासाहेब फाळके अंतरराष्ट्रीय मोटिवेशनल पुरस्कार से सन्मानित .!
गोवा पणजी (वि.प्र.) : (आएएनएन भारत मुंबई) एबीएम तथा आएएनएन भारत मुंबई के तत्वावधान से पणजी शहर गोवा में दादासाहेब फालके मोटिवेशनल अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया था। इस भव्य पुरस्कार समारोह में विभिन्न रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ कला, संस्कृति, साहित्य, सिनेमा, शिक्षा, तथा सामाजिक कार्य में अपनी निरंतर मेहनत और लगन से किए गए कार्य से समाज को विशेष लाभ देनेवाले विशेष व्यक्तिमत्वों को दादासाहेब फालके मोटिवेशनल अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। प्रथम दादासाहेब फालके मोटिवेशनल अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में गोवा राज्य इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पितामह माने जाने वाले वरिष्ठ पत्रकार तथा साहित्यिक वामन प्रभू, समाजसेवी नगरसेवक डॉ केतन भाटीकर तथा कारगील युद्धवीर निवृत्त नेवल अफसर अनंत जोशी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। तो यह पुरस्कार विजेता बॉलीवुड फिल्म निर्देशक राकेश सावंत, एक्टर-लेखक-निर्देशक करण समर्थ , एक्ट्रेस सपना वाधवा, जानेमाने समाजसेवी एड शिवाजी देसाई तथा सुप्रसिद्ध इतिहासकार प्राध्यापक प्रजल साखरदांडे अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
इस पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए फोंडा नगरसेवक समाजसेवी डॉ केतन भाटीकर ने कहा कि, अपने देश में बड़ी संख्या में प्रतिभाशाली कलाकार तथा अपने अद्भुत कार्य से समाज के हितों की रक्षा करने वाले व्यक्तित्व है। इन महानुभावों के कार्य की दखल लेकर उन्हें सार्वजनिक रूप से सम्मानित करना यह हमारा कर्तव्य है। डॉ.केतन भाटीकर ने आगे कहा, गोवा में इस तरह के सामाजिक उपक्रमों का हम स्वागत और समर्थन करते हैं। यह एक अच्छा काम करण समर्थ और अमोल भगत कर रहे हैं, इसलिए मैं उनको धन्यवाद देता हूं और पुरस्कार विजेताओं को बधाई देता हूं । कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कार जरुरी है क्योंकि इससे उन्हें और अच्छा कार्य करने का तथा दुसरों का भी हौसला बढ़ता है। तो वामन प्रभू जी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में गोवा और कलाकारों के संबधों का जिक्र करते हुए, गोवा की भूमी हमेशा कलाकार तथा महानुभावों का सम्मान और आदर करती है। दादासाहेब फालके अंतरराष्ट्रीय मोटिवेशनल पुरस्कार विजेताओं के कार्य से समाज में दुसरों को प्रेरणा मिलेंगी और अधिक सकारात्मक सोच को बढ़ावा मिलेगा। इसलिए ऐंसें प्रतिभाशाली तथा समाजसेवीयों को सम्मानित करना आवश्यक है।
दादासाहेब फाळके मोटिवेशनल अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार आयोजन की प्रशंसा करते हुए समाजसेवी एड शिवाजी देसाईने गोवा के विभिन्न समस्याओं पर अपने व्दारा किए गए कार्य तथा जिम्मेदारियों की जानकारी दी। तो सुप्रसिद्ध इतिहासकार प्राध्यापक प्रजल साखरदांडे ने समाज में विभिन्न कलाकारों के योगदान और उनकी प्रशंसा करना आवश्यक क्यों है, इस पर सटीकता से विचार रखे।
जाने-माने फिल्म निर्देशक राकेश सावंत ने, कई सारे पुरस्कार विजेताओं को पुरस्कृत करते हुए, अपनी आनेवाली देशभक्ति पर आधारित हिंदी फिल्म, "मुद्दा ३७०" के बारे में जानकारी दी। उनके भाषण से समारोह का माहौल देशभक्ती से प्रेरित बना दिया । अपने संबोधन में निवृत्त नेवल अफसर अनंत जोशी ने कहा, यदि समाज का हर सदस्य अपनी छोटी छोटी जिम्मेदारियों को निभाने का प्रयास करेंगे तो, अपना भारत देश महान विश्वगुरु बनने में अधिक समय नहीं लगेगा। हम सब ने वर्तमान प्रधानमंत्री के कार्य को समझना चाहिए और उससे प्रेरणा लेनी चाहिए । हम सब मिलकर अपने आप में बसे हुए कलाओं को बढ़ावा दे और अपनी प्रतिमाओं को निखारें। हमारे देश के बड़ी संख्या में प्रसिद्धी से दूर रहें कलाकार और महानुभावों को उनकी विशेष उपलब्धियों पर सम्मानित करने के लिए हमने इस पुरस्कार सम्मान के आयोजन के बारे में सोचा। और आज हम इस आयोजन पर सबको भाग्यशाली मानते हैं, यह के कर पुरस्कार की अधिक जानकारी आयोजक अमोल भगत ने दी।
गोवा में दादासाहेब फाळके मोटिवेशनल अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं में से कुछ विशेष उल्लेखनीय व्यक्तित्व; एड शिवाजी देसाई को उनके गोवा राज्य के सामाजिक सुधारों में असाधारण योगदान, तो प्रा प्रजल साखरदांडे को उनके इतिहास का संरक्षण के असाधारण योगदान, प्रमुख अतिथि वामन प्रभू को गोवा राज्य में पत्रकारिता तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में लंबे अरसे के असाधारण योगदान, तथा प्रमुख अतिथि डॉ केतन भाटीकर को उनके गोवा राज्य में आरोग्य तथा सामाजिक कार्य में असाधारण योगदान तथा कारगील युद्धवीर निवृत्त नेवल अफसर अनंत जोशी को युवाओं के विकास, तथा धुलिया ज़िले के दुर्लाभ जाधव को ग्रामीण क्षेत्रों में पारंपरिक कृषि तंत्रज्ञान के विकास और उपयोग के लिए सम्मानित किया गया।
समारोह में सिनेमा उद्योग से निर्देशक राकेश सावंत को उनकी हिंदी फिल्म मुद्दा ३७० के लिए देशभक्ति पर आधारित सर्वोत्तम फिल्म, तो लिजड़ फ्रेंच एक्ट्रेस मरियन बोरगो को उनकी अंतरराष्ट्रीय सिनेमा उद्योग में लंबे समय तक प्रमुख अभिनेत्री के रुप में अव्दितीय योगदान के लिए तो बॉलीवुड में एंट्री करने पर तुरंत आधा डझन से अधिक बहुभाषी फिल्मों में प्रमुख अभिनेत्री की भूमिका निभाने रही दिल्ली की सपना वाधवा को प्रोमिसिंग एचिव्हमेंट इन सिनेमा, तो सिनेमा उद्योग में डिजिटल फिल्म तकनीक के लिए अद्भुत योगदान के लिए अभिनेता लेखक निर्देशक करण समर्थ को व्हिजनरी फिल्ममेकर इन सिनेमॅटिक क्राफ्ट के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
गोवा राज्य में दो दशकों से अधिक समय से थिएटर अभिनेता के रूप में रसिकों का मनोरंजन करनेवाले सुदेश किन्हलेकर को गोवा राज्य के थिएटर आर्ट के उनके लंबे योगदान के लिए सम्मानित किया गया। नेपाल कल्चर एण्ड फिल्म सेंटर चेअरमन संतोष सुबेदी को एक्स्ट्राऑर्डिनरी कॉन्ट्रिब्यूशन इन ग्लोबल सिनेमा, इटली के जोसेफ कैरेटीना एक्स्ट्राऑर्डिनरी कॉन्ट्रिब्यूशन इन कल्चरल डिप्लोमैसी तो घाना के क्रिस्टीन अदीअबो ने बेस्ट स्टूडेंट फिल्ममेकर का खिताब जीता। निर्देशक गुणवंत मंजू की युवा कारों फिल्म को बेस्ट कन्नड़ फिल्म ऑफ द ईयर और बेस्ट हिंदी फीचर फिल्म ऑफ द ईयर निर्देशक अक्षय दिती के साथ उसी फिल्म के बेस्ट एक्टर के लिए विवान शाह को दिया गया तथा सपोर्टिंग एक्टर के लिए संजय मिश्रा भी नॉमिनेट हुएं।
वैसे ही बेस्ट हिंस्टोरीकल एक्टीविस्टीस्ट ऑफ द ईयर श्रमिक शेखरचंद्र गोजमगुंडे, कर्नाटक के शकील नागनूर को उनके शास्त्रीय संगीत में योगदान के लिए तो गोंदिया ज़िले के असिस्टेंट इन्स्पेक्टर सोमनाथ कदम को पब्लिक अवेयरनेस बेस्ट शॉर्ट फिल्ममेकर का पुरस्कार प्राप्त हुआ। गोवा के कई कलाकार इस पुरस्कार के लिए चुने गए थे, इस मे युवा गीतकार ओमकार नाईक को बेस्ट यंग पोएट एण्ड राइटर ऑफ द ईयर, गोवा के युवा रंगोली कलाकार भुमेश नाईक को बेस्ट यंग टॅलेंटड रंगोली आर्टिस्ट ऑफ द ईयर, बेस्ट स्टनिंग चाइल्ड आर्टिस्ट ऑफ द ईयर का पुरस्कार गोवा की तनीसी केरकर, बेस्ट वर्सेटाइल डान्सर ऑफ द ईयर का पुरस्कार गोवा की सांची गवंकर, बेस्ट कॉन्ट्रिब्यूशन इन फोक आर्ट (रंगोली) ऑफ द ईयर का पुरस्कार गोवा की अरुण नाईक शामिल हैं।
एक्स्ट्राऑर्डिनरी एप्रिशिएशन टू गॅलन्टरी कारगील हिरो कमांडो मधुसूदन सुर्वे को, बेस्ट उडिया राष्ट्रीय लघुचित्र निर्देशक डॉ श्वेत कुमार दास, बेस्ट शाॅर्ट फिल्म डायरेक्टर ऑफ इयर, ९६ उम्र की वरिष्ठ समाजसेवी हंसाबेन बालकृष्ण मेहता को बेस्ट सोशल एक्टिविस्टीज ऑफ द ईयर २०२४, बेस्ट सोशल एक्टिविस्टीज समाजसेवी अमरसिंह नायक को बेस्ट सोशल एक्टिविस्ट ऑफ द ईयर २०२४, महाराष्ट्र से दुःखी लोगों की दिन-रात सेवा करनेवाले नरेंद्र पाटील को बेस्ट सोशल एक्टिविस्ट ऑफ द ईयर २०२४, बेस्ट हॉटेल ऑफ द ईयर २०२४ को एस फोर जी हॉटेल पुणे, एक्स्ट्राऑर्डिनरी इंटरनेशनल एथलीट ऑफ द ईयर कृष्णा तनपुरे को दिया गया। इस पुरस्कार समारोह में शामिल कई प्रतिभाशाली दिव्यांग कलाकारों में से योगा, सिटिंग वॉलीबॉल खेल के लिए कर्नाटक की महाबुबी एस सोदागर को बेस्ट सिटिंग वॉलीबॉल को एवार्ड प्राप्त हुआ।
गोवा राज्य में दो दशकों से अधिक समय से स्टेज सिंगर के रूप में लोगों का मनोरंजन करनेवाले अरविंद नाईक को मेल वर्सेटाइल सिंगर परफॉर्मर तो कम उम्र में स्टेज सिंगर के रूप में लोगों का मनोरंजन करनेवाली खुशबू हलदनकर को फिमेल वर्सेटाइल सिंगर परफॉर्मर के पुरस्कार दिए गए। गोवा के अखिल देसाई को बेस्ट लिरिक ऑफ द ईयर । मोस्ट वर्सेटाइल एक्टर डिरेक्टर ऑफ द ईयर संदीप मलानी, गुरुदत्त वहीदा रहमान, राजकपूर नर्गिस, ऋषि कपूर नीतू सिंह और रणबीर कपूर आलिया भट्ट के बाद एक लंबे समय के बाद हिंदी सिनेमा में प्रॉमिसिंग कपल इन न्यू वेव सिनेमा के विशेष ज्वाइंट पुरस्कार बॉलीवुड एक्ट्रेस सपना वाधवा तथा एक्टर करण समर्थ को एकसाथ दिया गया। डॉ अनुपमा शर्मा को उनके आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट इन मेंटल हेल्थ, अवरनेस तथा मोटीवेशन के लिए पुरस्कृत किया गया। तथा शैलेश प्राणलाल भट को उनके सामाजिक कार्य के लिए पोलीस मित्र एवार्ड के साथ इन प्रमुख व्यक्तियों के साथ देशभर से आए और कई प्रतिभाशाली प्रज्ञावतों को उनकी उपलब्धियों पर पुरस्कार दिए गए। एबीएम संस्था तथा पुणे टू गोवा फिल्म के निर्देशक अमोल भगत ने इस पुरस्कार को लेकर खुशी जताई । और भविष्य में और नए वेंन्चर्स के लिए अपना योगदान देने का वादा किया।(आयएनएन भारत मुंबई)