आज़ाद आदमखोर ने फीर एक चरवाहे को दिन दहाडे बनाया अपना शिकार ..!

मरेगांव की झाडीयों मे मिली छिन्न भिन्न अवस्था मे ताजा लाश ..आकापुर दत्तमंदीर मार्ग पर अवैध मुर्गी गोडावून के पास भी देखा जाता रहा बाघ .!

मूल (नासीर खान) : बाघ के बढते हमलों की दहशत के बिच एक और हादसा मरेगांव मार्ग पर सामने आया है.मंगलवार दि. 03. 09.24 दोपहर दो बजे के आसपास हायवे से करीब ही गाय भैंसो को चरा रहे एक किसान पर बाघ ने हमला किया और लगभग आधा किलो मिटर झाडीयों में खिंच कर ले गया. बचाओ बचाओ की दर्दनाक आवाज कपडे धो रही महीलाओं ने सुनी आवाज की तरफ देखा तो उन्हे बाघ किसी को घसिट कर ले जाते नज़र आया जिसकी खबर ग्रामिनो को दी गयी. ग्रामिणों के लाठी काठी के साथ हो हल्ला करते आते देख बाघ वहां से भाग गया.
झाडीयों मे खोजने पर एक लाश नज़र आई जिसे बाघ ने जगह जगह से क्षतीग्रसत कर दिया था. मृत व्यक्ती के चेहरे से उसकी पहचान हुई.लहु लुहान मृत व्यक्ती का नाम वासुदेव झिंगरू पेंदाम निवासी मरेगांव, उम्र 60 से 65 के बिच बताई गयी. वन अधिकारीयों ने घटना स्थल पर पहुंच कर आवश्यक करवाई को अंजाम दिया. 
बाघ के हमले मे प्राण गवांने वाले वासुदेव झिंगरू पेंदाम के परिवार को वन अधिकारियों ने तत्काल सहाय्यता के रूप 25 हजार रूपये दिए.मृतक की लाश को पोष्टमार्टम के लिए मुल उप जिला रूगणालय भेज दिया गया.आगे की जांच वन विभाग के अधिकारी कर रहे है.आदमखोर बाघ अपना काम लगातार कर रहे है क्योंके उन पर कोई कानुन लागु नही है शायद उन्हे भी यह मालुम है के ईस देश में कानून केवल ईंसानों के लिए बने है और हमे सब कुछ करने की आज़ादी है और हमारी सुरक्षा की पुरी पुरी ज़िम्मेदारी सरकार की है.
मरेगांव, आकापुर आयटीआय, तथा दत्त मंदीर मार्ग पर रहे एकमेव अवैध गोडावून के पास भी बाघ को रातों मे देखे जाने की जानकारी प्राप्त हुई है. मुर्गी गोडावुन मुर्गी कटींग के बाद जो बेकार बचा होता है वह वहीं फेंक दिया जाता है,मरी हुई मुर्गीयों को भी वहीं फेंक दिया जाता है जिससे ईस परिसर मे प्रदुषन, तथा दुर्गंधी बनी रहती है. 
आय टी आय, स्टार ढाबा, आकापुर बस्ती तथा दत्त मंदीर परिसर तक ईस मुर्गी गोडावुन की दुर्गधी बनी रहती हैं जिस कारण आदम खोर को अनेकों बार ईस इलाके मे भी देखा गया है. कहा जाता है की पंचायत समिती मुल कार्यालय की ओर से इस गोडावुन के खिलाफ कारवाई करने के लिखीत आदेश तथा गोडावुन सिल करने के ग्राम पंचायत के ठराव के बाद भी ग्रामपंचायत की ओर से अब तक कारवाई अपनायी नहीं गयी जिसको लेकर अनेको प्रकार की चर्चाओं के बिच आर्थिक गैर व्यवहार होने की भी चर्चा आकापुर ग्रामिणों के बिच व्याप्त है. 

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