बल्लारपूर (का.प्र .) : दृष्टिहीन जनकल्याण बहुउद्देशीय संस्था, बल्लारपूर द्वारा क्रांतीज्योती सावित्रीबाई फुले की स्मृति में अंध कला कलाकारों का संगीतमय कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह कार्यक्रम 29 मार्च को बल्लारपूर स्थित राजे खांडक्या बल्लाळशाह नाट्य सभागृह में आयोजित किया गया। दृष्टिहीन होना मानव जीवन के लिए एक बड़ा शारीरिक चुनौती होती है, फिर भी ऐसे व्यक्ति अपनी कमी को दूर करके कला के गुणों को आत्मसात करते हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ऐसे कलाकारों को साहस और हिम्मत प्रदान करना था। इस कार्यक्रम में एशियाई रिकॉर्ड धारक 16 वर्षीय अंध जलतरण पटू ईश्वरी पांडे का सम्मान भी किया गया। कई वर्षों से दृष्टिहीन जनकल्याण बहुउद्देशीय संस्था निरंतर कार्य कर रही है और हर वर्ष आर्केस्ट्रा के माध्यम से अंध कलाकारों को एक अद्भुत मंच प्रदान करती है। यह ऑर्केस्ट्रा मेलोडी संस्था, नागपुर द्वारा प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन के समय अध्यक्ष के रूप में श्री दिलीप गेडाम उपस्थित थे। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. प्रेमानंद खंडाले, बल्लारपूर पेपर मिल के जनरल मैनेजर श्री सतीश मोहन, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती सरोज बद्दलवार, श्री अरुण लाडे और श्रीमती रीता लाडे ने दृष्टिहीन कलाकारों को शुभकामनाएं दीं और मार्गदर्शन किया। सतीश शेंडे के संयोजन में संस्था के अध्यक्ष श्री दिलीप गेडाम, कोषाध्यक्ष श्रीमती लालसरे, सचिव श्रीमती शालिनी रामटेके ने कार्यक्रम का आयोजन किया। साथ ही रमेश बावणे, निलेश कुकुटकर, संगीता शेंडे, भूपेश रामटेके, श्रद्धा शेंडे और गौरी शेंडे ने अथक परिश्रम करके महत्वपूर्ण सहयोग दिया। यह जानकारी सुमेध शेंडे ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी।
दृष्टिहीन कलाकारों के ऑर्केस्ट्रा से श्रोतागण हुए मंत्रमुग्ध .!
byChandikaexpress
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