गोरक्षण वार्ड के घरों में घुसा पानी .. नागरिक हुए परेशान .. जरूरी सामानों का हुआ नुकसान .!
बल्लारपुर (का.प्र.) : बल्लारपुर शहर को स्वच्छता अभियान के तहत नगर परिषद बल्लारपुर को कई राज्य स्तरीय पुरस्कार मिल चुके हैं। लेकिन पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण शहर के निचले इलाकों के वार्डों में नालियां जाम हो गई हैं, जिससे बारिश का पानी घरों के अंदर घुस गया है। इस ओर नगर परिषद की लापरवाही के चलते नागरिकों में आक्रोश देखा जा रहा है। बल्लारपुर के गोरक्षण वार्ड के शनि मंदिर क्षेत्र में बुधवार (23 तारीख) शाम हुई बारिश के कारण इलाके के कई घरों में नाली का गंदा पानी घुटनों तक भर गया। इससे घरों में रह रहे वृद्ध, विकलांग, महिलाएं और बच्चों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। साथ ही पानी में डूबने के कारण उनकी जीवनावश्यक वस्तुएं भी खराब हो गईं।
प्रशासन कब जागेगा?जिला प्रशासन ने मई महीने में ही सभी नगर निकायों को बारिश से पहले सभी नालियों और गटरों की सफाई करने के निर्देश दिए थे। लेकिन ऐसा नहीं किया गया और हल्की बारिश में ही नालियां जाम हो रही हैं, जिससे बारिश का पानी घरों में घुस रहा है। इसका सीधा असर आम नागरिकों पर पड़ रहा है। यह स्थिति हर साल बारिश में होती है, फिर भी प्रशासन द्वारा कोई ठोस उपाय नहीं किए जाते। क्या प्रशासन किसी बड़ी घटना के बाद ही जागेगा? ऐसा सवाल अब नागरिकों की ओर से उठाया जा रहा है।
बारिश के बाद जब नगर परिषद के कर्मचारी पहुंचे और जाम नालियों की सफाई की, तभी घरों में घुसा पानी कम हुआ। लेकिन गंदे पानी, कीचड़ और दुर्गंध के कारण इलाके के लोग रातभर नहीं सो सके। फिलहाल बारिश का मौसम है, ऐसे में नालों की सफाई करना बेहद जरूरी है। अन्यथा अगर तेज बारिश हुई, तो इलाके की नालियां जाम होकर बारिश का गंदा पानी सड़कों पर और घरों में घुस जाएगा।
"हमें जैसे ही जानकारी मिली, हम तुरंत मौके पर पहुंचे। तत्काल फोन पर नगर परिषद के मुख्य अधिकारियों को हालात की जानकारी दी गई। नगर परिषद के कर्मचारियों ने जाम नालियों की सफाई की, और लोगों के घरों में घुसे पानी को बाहर निकाला गया। इससे नागरिकों ने राहत की सांस ली।"— मो. आसिफ, सामाजिक कार्यकर्ता, बल्लारपुर"नाली का पानी घुटनों तक घरों में घुस चुका था। वृद्ध, विकलांग, महिलाओं और बच्चों को तुरंत उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। साथ ही पानी में डूबी हुई उनकी वस्तुओं को भी बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर रखा गया।"— रोहित जंगमवार, सामाजिक कार्यकर्ता, बल्लारपुर
"घरों में पानी घुसने से नागरिकों को बीमारियों का खतरा तो होता ही है, साथ ही पीड़ित लोगों का बहुत सा नुकसान भी होता है। इसलिए नगर परिषद प्रशासन को इस स्थिति की गंभीरता को समझकर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।"