बल्लारपुर नगर परिषद चुनाव : सभी दलों में मची हलचल .!
बल्लारपुर (का.प्र.) : नगर परिषद के आगामी चुनाव को लेकर स्थानीय राजनीति में जबरदस्त हलचल मच गई है। हाल ही में घोषित आरक्षण सूची ने सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के गणित को बदल कर रख दिया है। इस बार नगराध्यक्ष पद ओबीसी महिला प्रवर्ग के लिए आरक्षित किया गया है, जिससे राजनीतिक दलों के भीतर टिकट दावेदारों की भीड़ बढ़ गई है।
भाजपा में बढ़ी सक्रियता :
भाजपा खेमे में इस निर्णय के बाद महिला मोर्चा पूरी तरह सक्रिय हो गया है। बताया जा रहा है कि पूर्व नगर सेविका एवं विद्यमान नगर सेविका जैसे नामों पर गहन चर्चा चल रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर संपर्क अभियान तेज करने के निर्देश जारी किए हैं। वहीं दूसरी ओर विधायक सुधीर मुनगंटीवार के करीबी कार्यकर्ता नगराध्यक्ष पद के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं।
कांग्रेस ने भी बदला रुख :
कांग्रेस ने भी आरक्षण बदलने के बाद अपनी रणनीति में बदलाव किया है। पार्टी के नगराध्यक्ष पद के लिए संभावित नामों पर प्रमुखता से चिंतन किया जा रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने स्थानीय कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है, जिसमें वार्ड स्तर पर संगठन सुदृढ़ करने और जनता से सीधा संवाद शुरू करने पर जोर दिया गया है।
शेष पार्टी भी पीछे नहीं :
सभी सक्रिय पार्टियों की ओर से भी चुनावी तैयारी शुरू हो चुकी है। शेष सभी पार्टी प्रमुख के मार्गदर्शन में नगर इकाई की बैठक संपन्न हुई, जिसमें महिला मोर्चा की भूमिका पर विशेष चर्चा हुई। नगराध्यक्ष पद के लिए कई नामों पर विचार किया जा रहा है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और बसपा ने भी कसी कमर :
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भी इस बार नगर परिषद में बेहतर प्रदर्शन के लिए कमर कस ली है। राकांपा से ऐसी कई सामाजिक कार्यों में लिप्त महिलाओं के नाम आगे आ रहे है, जो इस टिकट के योग्य हैं, जबकि बसपा की ओर से संभावित उम्मीदवारों पर चर्चा शुरू हैं।
निर्दलीय उम्मीदवारों की भी बढ़ी हलचल :
इस बार कई सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व नगरसेवक निर्दलीय रूप में चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं। जिसमें ऐसे कई नाम चर्चित हैं। स्थानीय मतदाता अब देख रहे हैं कि, कौन-सी पार्टी जनता से जुड़े वास्तविक मुद्दों — पेयजल, सड़कों की दुरुस्ती, स्वच्छता, स्ट्रीट लाइट्स, मूलभूत समस्याएं और आवारा श्वान समस्या — को प्राथमिकता में रखेगी।
जनता में उत्सुकता, माहौल चुनावी रंग में :
नगर के हर चौक-चौराहे, चाय की टपरी और बाजार में अब सिर्फ चुनावी चर्चा ही सुनाई दे रही है। नागरिकों का कहना है कि इस बार का चुनाव पूरी तरह महिला शक्ति के इर्द-गिर्द घूमेगा। सभी दलों के कार्यकर्ता जनसंपर्क में जुट चुके हैं, जिससे आने वाले दिनों में बल्लारपुर की सियासत और भी गर्माने की संभावना है।


