जाल में मछली ..!

तहसीलदार और पटवारी को ACB ने दबोचा ..!

बल्लारपुर (का.प्र.) : अभय अर्जुन गायकवाड (तहसीलदार) तहसील कार्यालय बल्लारपुर (वर्ग 1) और सचिन रघुनाथ पुकळे (तलाठी), कवडजई साजा, ता. बल्लारपुर जि. चंद्रपूर (वर्ग 3) के खिलाफ रिश्वत की मांग मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो, चंद्रपूर द्वारा बड़ी कार्रवाई।
शिकायतकर्ता मौजा कोठारी, ता. बल्लारशाह, जि. चंद्रपूर के निवासी हैं और बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर का व्यवसाय करते हैं। शिकायतकर्ता की मौजा कवडई, ता. बल्लारशाह में खेती है और 23 मार्च 2025 को उन्होंने 2 ट्रैक्टर और 1 JCB के माध्यम से अपने खेत से मिट्टी-मुरूम निकालने का काम कर रहे थे। इस दौरान कवडजई साजा के तलाठी सचिन रघुनाथ पुकळे और तहसीलदार गायकवाड ने शिकायतकर्ता से यह कहा कि, उन्हें खेत में मुरूम निकालने की अनुमति नहीं है और यदि इस कार्रवाई से तुम बचना चाहते हो तो तुम्हें 2 लाख रुपये तहसीलदार और 20 हजार रुपये तलाठी को रिश्वत के रूप में देने होंगे ऐसा कहा। गायकवाड ने शिकायतकर्ता से 1,19,900 रुपये ले लिए। बची हुई 1 लाख रुपये की रकम के लिए तहसीलदार और तलाठी ने शिकायतकर्ता पर दबाव डाला। इससे परेशान होकर शिकायतकर्ता ने 26 मार्च 2025 को लोकायुक्त कार्यालय चंद्रपूर में शिकायत दर्ज की।
शिकायत की जांच के दौरान 26 मार्च, 2025 को पाया गया कि, तहसीलदार अभय अर्जुन गायकवाड ने अपने प्रोत्साहन पर तलाठी सचिन रघुनाथ पुकळे से शिकायतकर्ता से 20 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की और इसे स्वीकार करने की सहमति दी। इसके बाद आज 1 अप्रैल, 2025 को कार्रवाई के लिए शिकायतकर्ता को अभय गायकवाड के पास भेजा गया। लेकिन गायकवाड ने शिकायतकर्ता से रिश्वत लेने से मना कर दिया। इसके बाद आज ही 1 अप्रैल, 2025 को बल्लारशाह पुलिस स्टेशन, जि. चंद्रपूर में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया कर अभय अर्जुन गायकवाड (तहसीलदार) को गिरफ्तार कर लिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही सचिन रघुनाथ पुकळे (तलाठी) फरार हो गया। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक पुलिस तलाठी की खोज कर रही है।
यह कार्रवाई डॉ. श्री दिगंबर प्रधान (पुलिस अधीक्षक) लाचलुचपत प्रतिबंधक विभाग नागपुर, श्री. संजय पुरंदरे (अपर पुलिस अधीक्षक) लाचलुचपत प्रतिबंधक विभाग, नागपुर एवं श्री. सचिन कदम (अपर पुलिस अधीक्षक) लाचलुचपत प्रतिबंधक विभाग, नागपुर के मार्गदर्शन में पुलिस उप अधीक्षक श्रीमती मंजुषा भोसले (लाचलुचपत प्रतिबंधक विभाग, चंद्रपूर) तथा अन्य पुलिस कर्मचारियों द्वारा सफलतापूर्वक की गई है।
चंद्रपूर जिले के सभी नागरिकों से अपील की जाती है कि, यदि उनके पास कोई सरकारी अधिकारी- कर्मचारी या उनके द्वारा कोई अन्य व्यक्ति सरकारी काम के लिए अतिरिक्त फीस के रूप में रिश्वत की मांग करता है, तो वे लाचलुचपत प्रतिबंधक विभाग से संपर्क करें।



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