चंद्रपुर (वि.प्र.) : शहर की जनता अब सब्र का बाँध तोड़ चुकी है। आमदार और महा नगर पालिका की लापरवाही ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है।
बदहाल सड़कें – गड्ढों से भरी सड़कें हादसों को दावत दे रही हैं।पानी की किल्लत – कई इलाकों में हफ़्तों से नलों में पानी नहीं, गंदा पानी आने से बीमारियाँ बढ़ीं।कचरे का अंबार – सड़कों पर फैली गंदगी से लोग बीमारी की चपेट में।बिजली संकट – रोज़ाना घंटों की कटौती, बच्चों-बुज़ुर्गों का हाल बेहाल।
जनता का कहना है—
“टैक्स तो समय पर भरते हैं, फिर सुविधाएँ क्यों नहीं मिलतीं?”
“वोट लेकर नेता गायब क्यों हो जाते हैं?”
शहर की गलियों में अब सिर्फ एक ही आवाज़ गूंज रही है—
“जनता जागी है… हक़ लेगी, ढुलमुल नीति नहीं चलेगी!”

